समाजशास्त्र

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Yuvachar Publications Booksसमाजशास्त्र

विशेषताएँः- 1. यह पुस्तक छत्तीसगढ़ पीएससी की मुख्य परीक्षा को ध्यान में रखकर बनाई गई है। यद्यपि प्रारंभिक परीक्षा में कला और संस्कृति के धर्म और दर्शन खण्ड के लिए समान रूप से उपयोगी है। इसके अलावा इसके कुछ हिस्से निबंध के रूप में भी उपयुक्त हैं। 2. इस पुस्तक का लेखन दिल्ली आईएएस के वरिष्ठतम शिक्षक श्री सौरभ चतुर्वेदी द्वारा स्वयं किया गया है। यह सुनिश्चित किया गया है कि पाठ्यक्रम के इन खण्डों को एकेडमिक दृष्टिकोण की बजाय सामान्य जीवन के दृष्टिकोण से समझने का प्रयास किया जाए। इसी क्रम में समाजशास्त्र की अनावश्यक जटिल अवधारणाओं और जटिल शब्दों से बचने का प्रयास किया गया है। 3. इस पुस्तक में समाजशास्त्र का पाठ्यक्रम निम्न शीर्षकों में वर्णित है-समाजशास्त्र का अर्थ/क्षेत्र/प्रकृति/उपयोगिता, समाजशास्त्र का विभिन्न सामाजिक विज्ञानों से संबंध, प्राथमिक अवधारणाएँ जैसे- समाज, समुदाय, समिति, संस्था, सामाजिक समूह, जनरीतियाँ , लोकाचार। व्यक्ति एवं समाज के मध्य सम्बन्ध, सामाजिक अंतःक्रियाएं, स्थिति एवं भूमिका, संस्कृति एवं व्यक्तित्व, सामाजीकरण।हिन्दू सामाजिक संगठन-धर्म, आश्रम, वर्ण, पुरूषार्थ।सामाजिक स्तरीकरण-सामाजिक स्तरीकरण, जाति , वर्ग।सामाजिक प्रक्रियाएँ-सामाजिक अंतःक्रिया, सहयोग, संघर्ष, प्रतिस्पर्धा।सामाजिक नियंत्रण एवं सामाजिक समस्याएँ-सामाजिक समस्या, सामाजिक विघटन, नियमहीनता, विषमता, अलगाव, भारत की प्रमुख सामाजिक समस्याएँ।सामाजिक अनुसंधान प्रविधियाँ-सामाजिक अनुसंधान , सामाजिक अनुसंधान का उद्देश्य, सामाजिक घटनाओं के अध्ययन में वैज्ञानिक पद्धति का उपयोग, वस्तुनिष्ठता की समस्या।तथ्य संकलन की प्रविधियाँ एवं उपकरण-अवलोकन, साक्षात्कार, प्रश्नावली, अनुसूची इत्यादि को विस्तार से प्रासंगिक तथ्यों एवं अवधारणाओं के साथ प्रस्तुत किया गया है। 4. पुस्तक के अंत में छत्तीसगढ़ मुख्य परीक्षा द्वारा पूछे गए पूर्व वर्षों के प्रश्नों को रखा गया है ताकि परीक्षा प्रारूप से परिचय हो सके। इसके अलावा अभ्यास हेतु प्रश्न आपके उत्तर लेखन के अभ्यास में सहायक होंगे। 5. पुस्तक की प्रस्तुति यथासंभव बिंदुवार रखी गई है ताकि छत्तीसगढ़ पीएससी में पूछे जाने वाले विभिन्न श्रेणी के प्रश्नों को सहजता से तैयार किया जा सके। समाजशास्त्र के विस्तृत पाठ्यक्रम को संक्षिप्त एवं प्रासंगिक प्रस्तुति देना इस पुस्तक का उद्देश्य है।