छत्तीसगढ़ का भूगोल और अर्थव्यवस्था

  1. Book
  2. CGPSC
image description

Yuvachar Publications Booksछत्तीसगढ़ का भूगोल और अर्थव्यवस्था

वशेषताएँः- 1. यह पुस्तक छत्तीसगढ़ पीएससी की प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा दोनों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में आयोजित की जाने वाली अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे- व्यापम इत्यादि के लिए समान रूप से उपयोगी है। 2. पुस्तक लेखन के दौरान पुस्तक को त्रुटिरहित करने का अथक प्रयास किया गया है क्योंकि छत्तीसगढ़ के भूगोल और अर्थव्यवस्था से जुड़े आँकड़ों में पर्याप्त विरोधाभास होता है। इसके अलावा आँकड़ों को नवीन बजट, आर्थिक सर्वेक्षण और सरकारी रिपोर्ट्स जैसे वन रिपोर्ट इत्यादि से निरंतर अपडेट करना होता है। अतः इस पुस्तक के निर्माण के दौरान यथासंभव मानक पुस्तकों और सरकारी स्त्रोतों जैसे शासकीय वेबसाइट, सरकारी आलेख, सरकारी दस्तावेज से आँकड़ों और सूचनाओं को प्राप्त करने का प्रयास किया गया है। 3. इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ की भौतिक विशेषताएँ जैसे- स्थिति एवं विस्तार, भूगर्भिक संरचना, भौतिक विभाग, अपवाह तंत्र, जलवायु, मिट्टी, वनस्पति व वन्य जीवन- वनों का महत्व, वन्य जीवन प्रबंध- राष्ट्रीय उद्यान एवं अभ्यारण, राज्य की वन नीति, वन संरक्षण को विस्तार से समझाया गया है। मानवीय विशेषताएँ जैसे- जनसंख्या- जनसंख्या वृद्धि, घनत्व व वितरण, जन्म दर, मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर, प्रवास, लिंगानुपात व आयु वर्ग, अनुसूचित जनजाति जनसंख्या, साक्षरता, व्यावसायिक संरचना, नगरीयकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम इत्यादि का विवरण दिया गया है। आर्थिक विशेषताओं के अंतर्गत- कृषिः- कृषिगत फसलें, खाद्यान्न, दालें, तिलहन व अन्य फसलें उत्पादन एवं वितरण। सिंचाई के साधन व उनका महत्व, महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजनाएं, कृषि की समस्याएं एवं कृषकों के उत्थान के लिए राज्य की योजनाएं। खनिज संसाधन:- छत्तीसगढ़ में विभिन्न खनिजों के भंडार, खनिजों का उत्पादन एवं वितरण। ऊर्जा संसाधनः- कोयला, तापीय विद्युत शक्ति, ऊर्जा के गैर परम्परागत स्त्रोत। उद्योगः- छत्तीसगढ़ में उद्योगों के विकास एवं संरचना, बड़े, मध्यम, लघु एवं लघुत्तर क्षेत्र । कृषि, वन व खनिज आधारित उद्योग। परिवहन के साधन एवं पर्यटन इत्यादि को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है। 4. पुस्तक के अंतर्गत छत्तीसगढ़ सरकार की विभिन्न योजनाओं को यथास्थान प्रस्तुत किया गया है जिससे पर्याप्त मात्रा में प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में प्रश्न आते हैं। प्रत्येक अध्याय के अंत में पूर्व परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों को शामिल किया गया है ताकि आप परीक्षा प्रारूप से परिचय हो सके और अपने अध्ययन का मूल्याँकन कर सके। 5. पुस्तक की प्रस्तुति यथासंभव बिंदुवार रखी गई है ताकि छत्तीसगढ़ पीएससी में पूछे जाने वाले विभिन्न श्रेणी के प्रश्नों को सहजता से तैयार किया जा सके। यथासंभव आरेख एवं रेखाचित्रों का प्रयोग कर प्रस्तुति को बोधगम्य बनाने का प्रयास किया गया है।