भारतीय राजव्यवस्था

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Yuvachar Publications Booksभारतीय राजव्यवस्था

वशेषताएँः- 1. यह किताब छत्तीसगढ़ पीएससी व छत्तीसगढ़ में आयोजित की जाने वाले अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है। संविधान विषय पर व्याप्त विस्तृत सामग्री को परीक्षा की आवश्यकतानुसार संजोने का प्रयास किया गया है। 2. पुस्तक लेखन के दौरान किताब को त्रुटिरहित करने का अथक प्रयास किया गया है। साथ ही आँकड़ों को यथा संभव सरकारी स्त्रोतों जैसे शासकीय वेबसाइट, सरकारी आलेख, सरकारी दस्तावेज से प्राप्त करने का प्रयास किया गया है। 3. इस पुस्तक में संवैधानिक विकास, भारतीय संविधान के स्त्रोत या वैचारिक प्रभाव, भारत में संविधान निर्माण, संविधान का अर्थ एवं विशेषताएँ, भारतीय संविधान के विभिन्न भाग तथा विषय, संविधान की अनुसूचियाँ, प्रस्तावना, संघ और उसके राज्य क्षेत्र, भारत में राज्य पुनर्गठन, नागरिकता, मौलिक अधिकार, राज्य के नीति-निदेशक तत्व, मौलिक कर्Ÿाव्य, संघीय सरकार की संरचना, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रीपरिषद्, संघीय विधायिका/संसद, भारतीय न्यायप्रणाली, राज्य न्यायपालिका (उच्च एवं अधीनस्थ न्यायालय), न्यायपालिका से जुड़े नवीन विकास, राज्य प्रशासन, संघीय राज्य क्षेत्र (केन्द्रशासित प्रदेश), पंचायतें, नगर पालिकाएँ, अनुसूचित और जनजातीय क्षेत्र, केन्द्र व राज्य सम्बन्ध, संघ व राज्यों के अधीन सेवाएँ, न्यायाधीकरण/अधिकरण, निर्वाचन, कतिपय वर्गों के लिए विशेष उपबंध, राजभाषा, आपातकालीन उपबंध, संविधान का संशोधन, अस्थायी, संक्रमणकालीन और विशेष उपबंध, संक्षिप्त नाम, प्रारंभ, हिन्दी में प्राधिकृत पाठ और निरसन, केन्द्रीय आयोग एवं जांच एजेंसियां, संविधान के संक्षिप्त विवरण को विस्तार से प्रासंगिक तथ्यों एवं अवधारणाओं के साथ प्रस्तुत किया गया है। 4. पुस्तक के अंत में छत्तीसगढ़ प्रारंभिक परीक्षा द्वारा पूछे गए पूर्व वर्षों के प्रश्नों को रखा गया है ताकि परीक्षा प्रारूप से परिचय हो सके। हालाँकि मुख्य परीक्षा का अभ्यास आप पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को आधार बनाकर कर सकते हें। 5. पुस्तक की प्रस्तुति यथासंभव बिंदुवार रखी गई है ताकि अध्ययन में सरलता हो तथा तथ्यों को आसानी से याद किया जा सके। यथासंभव आरेख एवं रेखाचित्रों का प्रयोग कर प्रस्तुति को बोधगम्य बनाने का प्रयास किया गया है।