Yuvachar Publications Booksछत्तीसगढ़ संपूर्ण अध्ययन (व्यापम विशेषांक)
विशेषताएँः- 1. यह पुस्तक छत्तीसगढ़ व्यापम द्वारा आयोजित की जाने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है जिसके अंतर्गत समग्र छत्तीसगढ़ को विस्तार से समझाया गया है। इस पुस्तक के अंतर्गत छ.ग. का इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, प्रशासन, पंचायती राज, कला एवं संस्कृति एवं छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को स्थान दिया गया है। 2. इस पुस्तक के अंतर्गत शामिल टॉपिक के अंतर्गत - सामान्य परिचय खण्ड में- नामकरण, प्रतीक चिह्न, वाक्य, राज्य में प्रथम, राज्य निर्माण/गठन का इतिहास, महत्वपूर्ण तिथि दिवस, छ.ग. की अक्षांशीय एवं देशांतरीय स्थिति शामिल है। भौगोलिक परिचय के अंतर्गत-भौगोलिक स्थिति एवं विस्तार, भू-गर्भिक संरचना, प्राकृतिक विभाजन, मिट्टी, जलवायु, वन एवं वनस्पतियाँ, राष्ट्रीय उद्यान, अभ्यारण्य, अपवाह तंत्र इत्यादि को शामिल किया गया है। कला एवं संस्कृति के अंतर्गत- जनजातिय एवं गैर जनजातिय कला संस्कृति, विशेष पिछड़ी जनजातियाँ, जनजातियों की सामाजिक-सांस्कृतिक व्यवस्थाएँ, लोककला संस्कृति, व्यक्तिगत परिचय, पुरस्कार प्राप्त छ.ग. की विभूतियाँ, राष्ट्रीय आंदोलन से संबंधित व्यक्ति, लोककला, समाजसेवा से संबंधित प्रमुख व्यक्तित्व, पर्यटन, सम्मान, पुरस्कार इत्यादि शामिल हैं। छत्तीसगढ़ के इतिहास के अंतर्गत- प्राचीन छ.ग. का इतिहास, छ.ग. का इतिहास जानने के प्रमुख स्त्रोत, मध्यकालीन छ.ग. का इतिहास, 36 गढ़ों का विभाजन, आधुनिक छ.ग. का इतिहास, आरंभिक ब्रिटिश नियंत्रण के अधीन , मराठा शासन, छ.ग. में ब्रिटिश शासन, ब्रिटिश शासन के अंतर्गत प्रमुख विद्रोह , एवं क्रांति, प्रमुख जनजाति विद्रोह, राष्ट्रीय आंदोलन और छ.ग., खिलाफत, असहयोग एवं अन्य आंदोलन , छ.ग. में जंगल सत्याग्रह, सविनय अवज्ञा, आंदोलन, गांधीजी का दूसरी बार छ.ग. , आगमन, प्रथम निर्वाचन, व्यक्तिगत सत्याग्रह,, भारत छोड़ो आंदोलन, क्रांतिकारी घटनाएँ, पूर्व वर्षों के प्रश्न एवं अभ्यास प्रश्न, गढ़ विभाजन, छ.ग. राज्य निर्माण का इतिहास , छ.ग. इतिहास की महत्वपूर्ण तिथियाँ शामिल हैं। छत्तीसगढ़ के प्रशासन के अंतर्गत- विधायिका या विधानमण्डल, केन्द्रीय प्रशासन में छ.ग. की स्थिति, विधानसभा सीटों का जिलेवार आबंटन, न्यायपालिका, कार्यपालिका, पुलिस प्रशासन, जेल प्रशासन, प्रशासनिक इकाईयाँ, छ.ग. राज्य स्थानीय स्वायत्त संस्थाएँ, नगर पालिका परिशद, नगर पंचायत एवं उनकी संख्या जिलेवार, पंचायती राज व्यवस्थ, शिक्षा एवं स्वास्थ्य इत्यादि टॉपिक शामिल किए गए हैं। 3. पुस्तक की प्रस्तुति बिंदुवार है तथा मानचित्रों का प्रभावी प्रयोग किया गया है ताकि अध्ययन में सरलता हो। पुस्तक के प्रत्येक अध्याय के अंत में पूर्ववर्ती एवं अभ्यास हेतु प्रश्नों की श्रृंखला दी गई है क्योंकि वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के अभ्यास से ही आप अपने अध्ययन और ज्ञान की परीक्षा कर सकते हैं।